क्राइम इंडिया संवाददाता, कोलकाता। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा हाल में एक समारोह में युवाओं को फर्जी नियुक्ति पत्र दिए जाने के मामले में अब राज्य सरकार ने इसके लिए औद्योगिक संगठन भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) को जिम्मेदार ठहराया है। राज्य के मुख्य सचिव हरिकृष्ण द्विवेदी ने सोमवार को राज्य सचिवालय नबान्न में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में दावा किया कि सीआआइ की गलती की वजह से पिछले दिनों हुगली में एक समारोह में 107 लोगों को फर्जी नियुक्ति पत्र दिया गया था। इसके लिए सीआइआइ ने 16 सितंबर को अपने एक एजेंट के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं दोबारा होने पर संबंधित युवा सीआइआइ या राज्य तकनीकी शिक्षा विभाग से संपर्क करें। इस दिन मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य सरकार नौकरी नहीं दे रही है। सरकार ने सिर्फ एक प्लेटफार्म बनाया है जिसके जरिए निजी कंपनियां कर्मचारियों की भर्ती कर रही हैं। हम ऐसा कुछ नहीं करते, जिससे युवाओं को भविष्य में परेशानी हो। इस घटना से सीख लेते हुए हमने अभी से नियुक्तिपत्र की दोबारा जांच करने का फैसला किया है। मालूम हो कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नेताजी इंडोर स्टेडियम में उत्कर्ष बांग्ला नामक एक समारोह में 11,000 रिक्त पदों के लिए नियुक्तिपत्र सौंपे थे। ये निजी कंपनियों के नियुक्ति पत्र थे। बाद हुगली के 107 युवाओं ने दावा किया कि उन्हें दिया गया नियुक्तिपत्र फर्जी निकला है। जब उन्होंने संबंधित कंपनी से संपर्क किया तो पता चला कि उनका नियुक्तिपत्र फर्जी है।
Edit By : M T RAHMAN