पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी के माल नदी में बुधवार रात को लोग मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन कर रहे थे. सैकड़ों की भीड़ नदीं में उतरी हुई थी. नदी का पानी कम था. लोग पूजा अर्चना करते हुए मां दुर्गा को विदा कर रहे थे. तभी अचानक से वहां चीख पुकार मच गई. लोग नदी से निकलकर इधर-उधर भागने की कोशिश करने लगे. लाउडस्पीकर से घोषणा की जाने लगी कि सभी अपने अपने संबंधियों को पकड़ लें और तत्काल सुरक्षित स्थान पर चले आएं. दरअसल जिस माल नदीं का पानी शांत था वहां अचानक से तेज धारा बहने लगी. नदी का जो पानी पहले घुटनों तक था उसमें लोग डूबने लगे. पानी की धारा इतनी तेज थी लोगों को कुछ समझ में ही नहीं आया. देखते ही देखते कई लोग इस बाढ़ में डूबने लगे. इस घटना में अबतक 8 लोगों की मौत हो चुकी है. और अभी भी कई लोग लापता हैं. ये घटना रात 8.30 बजे की है. जलपाईगुड़ी के मजिस्ट्रेट मौमिता गोदारा ने घटना की जानकारी देते हुए कहा, “नदी में अचानक से फ्लैश फ्लड आ गया और लोग उसमें बहने लगे, अबतक 8 लोगों का शव बरामद किया जा चुका है, लगभग 50 लोगों को बचाया जा चुका है.” 13 लोगों को अस्पताल में भर्ती किया गया है. माल क्षेत्र के विधायक बुलु चिक बडाइक ने कहा है कि पानी की धारा बहुत तेज थी लोग देखते ही देखते इसमें बहने लगे. उन्हें आशंका है कि इस घटना में और लोगों की जान गई है. नदी में पानी का बहाव कम होने पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. जलपाईगुड़ी पश्चिम बंगाल के उत्तर में स्थित है. इस पहाड़ी जिले में चाय की बगानें हैं. पहाड़ी ढलान होने की वजह से बारिश के बाद पानी तेज धारा के साथ नीचे उतरती है और नदी में मिल जाती है. इस वजह से यहां माल नदी में अक्सर फ्लैश फ्लड आता रहता है. विशेषज्ञों के अनुसार जब एक सीमित इलाके में बहुत तेज वर्षा होती है, तो नदियों, डैम या झीलों में ओवर फ्लो हो जाता है. ये पानी जब प्रवाह रोकने के लिए बनाए गए किनारों को तोड़ कर तेजी से आगे बढ़ता है. फ्लैश हमेश ऊपरी इलाके से नीचे की ओर तेजी से आता है. प्रचंड धारा होने की वजह से ये अपने मार्ग में आने वाले सभी चीजों को नष्ट कर डालता है. माल नदी में फ्लैश फ्लड आने की वजह किसी ऊपरी इलाके में मूसलाधार बारिश, झील या डैम के किनारों का नुकसान, बादल का फटना रहा होगा. इस वजह से शांत नदी में अचानक सैलाब आ गया.
Edited By : Rahman











Total Users : 71235
Total views : 72563